जड़ता मानसिक, प्राणिक, भौतिक, अवचेतन होती है । भौतिक जड़ता मानसिक जड़ता उत्पन्न कर सकती है । प्राणिक जड़ता लगभग हमेशा भौतिक को निष्प्राण, मलिन तथा सुस्त बना देती है । - श्रीअरविन्द
श्रीअरविन्द सोसाइटी, राजस्थान, एक अध्यात्मिक संस्था है जो कई वर्षों से श्रीअरविन्द-श्रीमाँ के संदेश के प्रसार, भारत के पुनर्जागरण, और श्रीअरविन्द-श्रीमाँ के उद्देश्य के अनुरूप धरा पर दिव्य-जीवन और अतिमानव के प्रकटन के लिए प्रयासरत है|
इस वर्ष (वर्ष 2022) श्रीअरविंद के जन्मदिन की 150वीं वर्षगाँठ के अवसर पर श्रीअरविन्द सोसाइटी, राजस्थान, द्वाराअनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
हमारी अपेक्षा है कि आप भी इस भागवत कार्य में भागीदार हों | आपके द्वारा किसी भी प्रकार का सहयोग स्वागत-योग्य है |
यदि आप कोई आर्थिक सहयोग करना चाहें तो निम्नलिखित बैंक अकाउंट में अपनी सहयोग-राशी भेज सकते हैं |
Account Name: SRI AUROBINDO SOCIETY
Account No.: 0362101036292
IFSC: CNRB0000362
Bank: CANARA BANK, Branch: Jaipur Main
श्रीअरविन्द सोसाइटी को दिया गया दान आयकर की धारा 80 जी के अंतर्गत आयकर से मुक्त हैं।
कृपया बैंक हस्तांतरण का विवरण (पूरे डाक पते और पैन के साथ) ईमेल अथवा व्हाट्सएप द्वारा निम्नलिखित ईमेल / व्हाट्सएप नंबर पर भेज दें| जिससे हम उसकी रसीद आपको भेज सकें| धन्यवाद!
Mobile No. 94622 94899.